*जीवन शाश्वत है इसमें राग द्वेष आपसी विभेद का कोई स्थान नहीं है प्रत्येक व्यक्ति को जीवन भर सेवारत रहना चाहिए तभी उसका जीवन सार्थक बना रहता है : हृदय नारायण दीक्षित*
*जीवन शाश्वत है इसमें राग द्वेष आपसी विभेद का कोई स्थान नहीं है प्रत्येक व्यक्ति को जीवन भर सेवारत रहना चाहिए तभी उसका जीवन सार्थक बना रहता है : हृदय नारायण दीक्षित*
*प्रशस्ति पत्र देकर शंकर ठक्कर को किया गया सम्मानित*
ललित दबे
ग्रामर्षि पं० रामकुमार पांडेय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सया, अंबेडकरनगर में आयोजित सप्तदश ग्रामर्षि महोत्सव के मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए पूर्व अध्यक्ष विधानसभा उत्तर प्रदेश हृदय नारायण दीक्षित ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि वेदों में बताया गया है कि उठों जागो वरिष्ठ जनों के पास जाओ, सेवा कार्य में अपना तन मन धन लगा दो।जब तक जीवन है तब तक सेवा करते रहो यदि सेवा करना बंद कर दिया अर्थात सेवा निवृत मान लिया उसी दिन से तुम्हारे जीवन का मूल्य काम होता जाएगा उन्होंने कहा कि डॉ० हरिओम पांडेय निरंतर सेवा में लगे हुए हैं और उनके पिता ग्रामर्षि रामकुमार पांडेय भी जीवन पर्यंत सेवारत रहे जिसका परिणाम है कि आज उनका गुणगान हो रहा है उन्होंने छात्र-छात्राओं से भी सेवा कार्य करते हुए अध्ययन पर विशेष ध्यान देने की बात कही। जीवन के दो पक्ष होते हैं जिसमें एक पक्ष उज्जवल पक्ष होता है तो दूसरा पक्ष कृष्ण पक्ष होता है और इसका निर्धारण शिक्षा ही करती है।
अंबेडकर नगर जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने अपने उद्बोधन में ग्रामर्षि रामकुमार पांडेय को बहुमुखी प्रतिभा का धनी बताते हुए बताया कि उन्होंने जनपद में आकर देखा कि पिता और पुत्र के बीच में कितना प्रेम और श्रद्धा होती है आज ग्रामर्षि पंडित रामकुमार पांडेय के जीवन को एक तरफ जहां पूर्व सांसद एवं वर्तमान एमएलसी हरिओम पांडेय आगे बढ़ा रहे हैं इस प्रकार से उनके पुत्र अनुपम पांडेय भी इंस्टा के साथ पिता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रहे हैं। जनपद के बीच के विकास में हरिओम पांडेय का है बहुत बड़ा योगदान है। आज जनपद में विकास का जो पहिया तीव्र गति से चल रहा है इसमें हरिओम पांडेय जी का बहुत बड़ा योगदान है। जनपद के विकास के लिए जब भी आवश्यकता पड़ी उन्होंने अपने विधायक निधि से पूरा सहयोग किया है उन्होंने विद्यालय तथा विद्यालय के बच्चों तथा पूरे जनपद से आए हुए विभिन्न कॉलेजों के बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि हर पथ पर वह उनके साथ हैं।
एमएलसी डॉ० धर्मेंद्र सिंह ने अपने उद्बोधन में पंडित रामकुमार पांडेय को पूर्वांचल ग्रामीण भारत के एक शिक्षा शिल्पी स्वतंत्रता संग्राम में वैचारिक रूप से प्रभावित करने वाले साहित्यकार एवं शिक्षाविद बताते हुए कहा कि वह गांधीवादी विचारधारा के अग्रदूत थे। उनमें ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को शिक्षा देने तथा ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा की अलग से जानने का जुनून भरा हुआ था जो आज साकार रूप लेकर बट वृक्ष के रूप में परिवर्तित हो गया है जिसका एमएलसी हरिओम पांडेय पूरी क्षमता से निर्वहन कर रहे हैं।
पूर्व इसके पूर्व महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ० राकेश चंद्र तिवारी ने ग्रामर्षि पंडित रामकुमार पांडेय के जीवन शैली पर प्रकाश डाला तथा विस्तार से उनके कार्यों तथा कृतियों को याद करते हुए अतिथियों का स्वागत किया।
सप्तदश ग्रामर्षि महोत्सव का कार्यक्रम मुख्य अतिथि हृदय नारायण दीक्षित जिला विद्यालय निरीक्षक गिरीश कुमार सिंह एमएलसी शैलेंद्र सिंह, धर्मेंद्र कुमार सिंह के साथ एमएलसी हरिओम पांडेय ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलित करके किया।
अतिथियों का स्वागत बुके तथा स्मृति चिन्ह देकर किया गया सप्तदश ग्रामर्षि महोत्सव में पधारे हुए मुख्य अतिथि सहित राजेश टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम, जिलाधिकारी अविनाश सिंह जिला विद्यालय निरीक्षक गिरीश कुमार सिंह उपनिदेशक समाज कल्याण सिद्धार्थ मिश्रा अखिल भारतीय खाद्य तेल व्यापारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं कॉन्फडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय मंत्री शंकर ठक्कर, मुख्य महाप्रबंधक एनटीपीसी जयदेव परिंदा मुख्य महाप्रबंधक मिझौड़ा चीनी मिल रमेश कुमार वर्मा, मुख्य महा प्रबंधक अल्ट्राटेक सीमेंट नागेश उपाध्याय, महाप्रबंधक एनटीपीसी रजनीश खेतान, प्रबंधक अल्ट्राटेक करुणाकर तिवारी, अंतर्राष्ट्रीय उद्योगपति जीवन घटालिया, जिला अध्यक्ष अंबेडकर नगर, भाजपा त्र्यंबक तिवारी, एमएलसी धर्मेंद्र कुमार शैलेंद्र सिंह, बीएनकेबी महाविद्यालय की प्राचार्य सहित सम्भारन्त लोगों को शाल, बुके, तथा स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया गया। स्मृति चिन्ह की खासियत यह रही की जिन संभ्रांत लोगों को स्मृति चिह्न दिया गया, उन पर उनका फोटोग्राफ लगा हुआ था।
जनपद के विभिन्न विकास करो से आए हुए दो दर्जन से अधिक स्कूली बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर उपस्थित लोगों का मन मोह लिया अतिथियों द्वारा बच्चों के उत्साह वर्धन के लिए एक तरफ जहां पुरस्कार दिए गए वहीं महा महाविद्यालय सया द्वारा बच्चों को प्रशस्ति पत्र तथा अंग वस्त्र भी दिए गए।
जनपद के टॉपर छात्रों को भी मेडल और प्रशस्तपत्र देकर सम्मानित किया गया
कार्यक्रम में जनपद के विभिन्न विद्यालयों से आए हुए टॉपर छात्र छात्रों को साइकिल दीवाल घड़ी स्मृति चिन्ह प्रशस्ति पत्र तथा मेडल देकर मुख्य अतिथियों ने सम्मानित किया।
इस कार्यक्रम विशेष कर मुंबई से आमंत्रित देश के व्यापारियों के हितों की रक्षा करने वाले शंकर ठक्कर को साल एवं प्रशस्त पत्र ओर हार पहना कर सम्मानित किया गया।
: ग्रामर्षि पं० रामकुमार पांडेय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, सया, जिला अंबेडकर नगर, उत्तर प्रदेश