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विद्युत विभाग के मनमानी व अनियमित बिल के कारण उपभोक्ता उपकेंद्र जरवल का लगा रहे चक्कर

विद्युत विभाग के मनमानी व अनियमित बिल के कारण उपभोक्ता उपकेंद्र जरवल का लगा रहे चक्कर

मेराज अहमद मंडल क्राइम ब्यूरो चीफ

अनियमित विद्युत बिलिंग से परेशान उपभोक्ता ने जिलाधिकारी व प्रबंध निदेशक यूपीपीसीएल को लिखी चिट्ठी

बहराइच के अंतर्गत उपकेंद्र जरवल से विद्युत आपूर्ति किये जाने वाली ग्राम पंचायत नत्थनपुर,पवही,बुढ़ानपुर व अन्य ग्राम पंचायत के विद्युत मीटर रीडिंग मनमानी तरीके से किए जाने से उपभोक्ताओं को काफी परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है, जब उपभोक्ता इसकी शिकायत करता है तो उपभोक्ता पर दबाव बनाने के मंसूबे से अनियमित तरीके से कई गुना अधिक विद्युत बिल फीड कर दी जाती है, उसके बाद में उसके ऊपर अन्य कर्मचारियों द्वारा दबाव बनाया जाता है इस प्रकार विद्युत उपकेंद्र जरवल के कर्मचारी का मन बढ़ चुका है कि 10 दिन के अंदर कई बार विद्युत बिल में वृद्धि कर दी जा रही है, एक मामला ग्राम पंचायत नत्थनपुर का है जिसमें विद्युत संयोजन संख्या 0655309000 का है जिसका विद्युत भुगतान 13 जून 2023 को 3151 रुपए, 7 दिसम्बर 2023 को 1881 रुपए तथा 6 सितंबर 2024 को 1773 रुपया भुगतान के उपरांत 7 सितंबर को विद्युत बिल 10065 फीड कर दी गई, जिसकी शिकायत आइजीआरएस करने पर विद्युत उपभोक्ता पर दबाव बनाने के मंसूबे से उक्त विद्युत बिल को संशोधित करते हुए 23887 फीड दी गई, जिसकी शिकायत आज विद्युत उपभोक्ता संगीता ने रजिस्ट्री डाक माध्यम से जिला अधिकारी बहराइच व प्रबंध निदेशक यूपीपीसीएल उत्तर प्रदेश को रजिस्ट्री डाक द्वारा समस्त दस्तावेजों को संलग्न करते हुए की है ऐसे कई मामले हैं जो विद्युत उपकेंद्र जरवल के कर्मचारियों के रवैया को मनमानी साबित कर रहे हैं विद्युत उपभोक्ता शिव प्रसाद ने भी विद्युत बिल में अनियमित को लेकर ऑनलाइन विद्युत उपकेंद्र जरवल की शिकायत दर्ज कराई है,विद्युत उपकेंद्र कर्मियों का फरमान है 5 मिनट का वीडियो लाओ एक एप्लीकेशन लिखो उसके बाद आपकी बात सुनी जाएगी, यदि मीटर रीडर नियमित बिलिंग करते हैं तो वीडियो की क्या आवश्यकता।यदि मीटर रीडिंग सही से की जा रही है तो रीडिंग में बार-बार वृद्धि क्यों।यदि रीडिंग में कोई टेक्निकल फॉल्ट है तो उसका जिम्मेदार उपभोक्ता ही अधिकारी क्यों नहीं उपकेंद्र जरवल जेई का कहना है कि विद्युत मीटर की रीडिंग नियमित मंथली की जा रही है।

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