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*जुड़े 9टीवी के साथ देखे कौशाम्बी की ताजा तरीन खबरें

*पेंशनर्स दिवस का किया गया आयोजन*

*जुड़े 9टीवी के साथ देखे कौशाम्बी की ताजा तरीन खबरें*

*पेंशनर्स दिवस का किया गया आयोजन*

कौशाम्बी=अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) की अध्यक्षता में मंगलवार को उद्ययन सभागार में पेंशनर्स दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें जनपद के विभागों से सेवानिवृत्त पेंशनर्स के साथ कार्यालयाध्यक्ष उपस्थित रहे। पेंशनर्स दिवस पर वरिष्ठ कोषाधिकारी कौशाम्बी श्री रवीन्द्र प्रताप सिंह ने पेंशनर्स को सम्बोधित करते हुए पेंशनरों से सुझाव प्राप्त कर विभिन्न प्रकरणों पर चर्चा की।

जिसमें पेंशनर कोषागार में जीवित प्रमाण पत्र वर्ष नवम्बर माह में देने की अनिवार्यता समाप्त कर पूरे वर्ष में किसी भी माह में जीवित प्रमाण पत्र दे सकते हैं, बशर्ते अगले वर्ष उसी माह में जीवित प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा जिस माह इस वर्ष के माह में दिया गया है। आनलाइन जीवित प्रमाण पत्र किसी भी सहज जन सेवा केन्द्र पर पेंशनर्स बिना किसी शुल्क के आनलाइन कर सकते हैं इस आशय का आदेश कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अपर जिलाधिकारी न्यायिक ने दी है। शासनादेशानुसार दिनांकः 30 जून एवं 31 दिसम्बर को सेवानिवृत्त पेंशनर्स को एक वेतन वृद्धि नोशनल आधार पर दिये जाने हेतु सभी कार्यालयाध्यक्षों को पत्र प्रेषित किये जाने का आश्वासन दिया गया। पेंशन से राशिकरण सम्बन्धी कटौती के सम्बन्ध में पूछे गये प्रश्न पर वरिष्ठ कोषाधिकारी कौशाम्बी द्वारा अवगत कराया गया कि 11 वर्ष 10 माह पेंशन से राशिकरण धनराशि की कटौती पूर्ण होने के पश्चात माननीय न्यायालय का पेंशनर्स द्वारा आदेश प्राप्त कराये जाने पर कटौती बन्द की जायेगी। पंडित दीन दयाल कैशलेस चिकित्सा योजना के बारे में वरिष्ठ कोषाधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि यह योजना राजकीय पेंशनर्स, (परिषदीय एवं सहायता प्राप्त विद्यालयों के सेवानिवृत्त पेंशनर्स को छोड़कर) अधिकारिक वेबसाइट https://sects.up.gov.in पर जाकर कर आनलाइन कर सकते हैं।

समारोह में उपस्थित सभी पेंशनर्स ने कोषागार के पेंशन पटल कार्मिकों एवं वरिष्ठ कोषाधिकारी के सहयोगात्मक कार्य की भूरि-भूरि प्रसंशा की गई तथा वरिष्ठ कोषाधिकारी श्री रवीन्द्र प्रताप सिंह ने उपस्थित पेंशनर्स के माध्यम से यह भी अवगत कराया कि यदि कोई पेंशनर्स जिसका आनलाइन जीवित प्रमाण पत्र आनलाइन नही हो पा रहा है और वह कोषागार आने में असमर्थ है हमारे कोषागार कार्मिक उनके घर जाकर सत्यापन कर पेंशन भेजने की कार्य करेंगे, बशर्ते इस आशय की सूचना कोषागार को दी जाये। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी कौशाम्बी द्वारा पेशनरों को अंगवस्त्र एवं माला पहनाकर सम्मानित किया गया तथा उनके दीर्घायु एवं स्वस्थ रहने की कामना भी की गई।

अन्त में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अपर जिलाधिकारी कौशाम्बी सभी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए प्रसन्नता पूर्वक कर समाप्त की।

*आई0जी0आर0एस0 सेल द्वारा दिनांक 05 दिसम्बर से 17 दिसम्बर के मध्य कुल 150 निस्तारित संदर्भों के विषय में शिकायतकर्ताओं से प्राप्त किया गया फीडबैक*

 

कौशाम्बी=जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी के निर्देशन में जनपद स्तर पर आई0जी0आर0एस0 संदर्भों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के अनुश्रवण के लिए कलेक्ट्रेट परिसर में आई0जी0आर0एस0 सेल का गठन किया गया, जो लगातार निस्तारित सदर्भों के विषय में शिकायतकर्ताओं से फीडबैक प्राप्त करता हैं।
जिलाधिकारी के निर्देशन में जनपद में आई0जी0आर0एस0 के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रहीं है। जनपद स्तरीय अधिकारियों द्वारा भी लगातार स्वयं निस्तारित आई0जी0आर0एस0 का सत्यापन स्वयं मौके पर जाकर किया जा रहा हैं। गठित आई0जी0आर0एस0 सेल द्वारा दिनांक 05.12.2024 से 17.12.2024 के मध्य कुल 150 निस्तारित संदर्भों के विषय में शिकायतकर्ताओं से फीडबैक प्राप्त किये गये, जिसमें से 11 शिकायतकर्ताओं द्वारा असंतुष्ट फीडबैक दिया गया। उपजिलाधिकारी सिराथू के 01, जिला समाज कल्याण अधिकारी के 03, जिला पंचायतराज अधिकारी के 01, अधिशासी अभियंता विद्युत के 01, अधिशासी अधिकारी भरवारी के 01, क्षेत्राधिकारी मंझनपुर के 01, थानाध्यक्ष सराय अकिल के 01 एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी के 01, प्रभारी अधिकारी खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के 01 संदर्भो में असंतुष्ट फीडबैक प्राप्त हुआ। इस सम्बन्ध में सम्बन्धित विभाग/कार्यालय से स्पष्टीकरण मांगा गया। यह भी निर्देशित किया गया कि बिना शिकायतकर्ता से संपर्क किये एवं बिना स्पॉट मेमो के आई0जी0आर0एस0 का निस्तारण कदापि न किया जाय।
जिलाधिकारी के निर्देशन में जनपदस्तरीय अधिकारियों द्वारा आई0जी0आर0एस0 सम्बन्धी शिकायतों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के लिए कृतसंकल्पित होकर कार्य किया जा रहा है, इससे जनपद आई0जी0आर0एस0 के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण में अग्रणी जनपद बनने की ओर अग्रसर हैं।

*नशा मुक्ति अभियान विषय पर साक्षरता एवं जागरूकता कार्यक्रम का किया गया आयोजन*

*कार्यक्रम में उपस्थित जनमानस को अपर जिला जज/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा नशा मुक्ती अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गयी*

कौशांबी=राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ द्वारा प्रस्तावित एक्शन प्लान के तहत एवं जनपद न्यायाधीश, कौशाम्बी श्री अनुपम कुमार के निर्देशन पर एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कौशाम्बी के तत्वाधान में ग्राम पंचायत भवन अजरौली, ग्राम अजरौली, तहसील मंझनपुर, जनपद कौशाम्बी में अपर जिला जज/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, श्रीमती पूर्णिमा प्रांजल की अध्यक्षता मे नशा मुक्ती अभियान विषय पर साक्षरता एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित जनमानस को अपर जिला जज/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा नशा मुक्ती अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गयी। मानसिक रोग विशेषज्ञ डा. मनीष एवं डा0 हरीनाथ द्वारा नशे से होने वाली बीमारियों एवं उससे सुरक्षा के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गयी। कार्यक्रम उपरान्त पी0एल0वी0 कृष्णा कपूर, मनीषा दिवाकर, अमर दीप, ममता देवी, ज्योत्सना सोनकर द्वारा नुक्कड़ नाट का भी आयोजन किया गया। शिविर में अपर जनपद न्यायाधीश/सचिव, श्रीमती पूर्णिमा प्रांजल, मनोरोग विशेषज्ञ डा0 मनीष एवं डा0 हरीनाथ सिंह, लेखपाल, श्री राज कुमार एवं पी0एल0वी0 श्री कृष्णा कपूर, मनीषा दिवाकर, अमर दीप, ममता देवी एवं ज्योत्सना सोनकर उपस्थित रहें।

*मौकों को पहचानने वाले लोग ही ज़िंदगी में आगे बढ़ते हैं*

कौशाम्बी=ईश्वर अपनी ज़िंदगी में आगे बढ़ने तथा अपने आप को साबित करने के लिए हर किसी को हुनर देता है, योग्यता देता है, सभी को बराबर समय, बराबर मौके देता है। लेकिन ये हम पर निर्भर करता है कि हम अपनी योग्यता अपने हुनर का उपयोग किस तरह से करते हैं। हम अपनी ज़िंदगी में मिले मौकों, अवसरों में छिपी संभावनाओं की पहचान कर पाते हैं या नहीं।

जो लोग उन मौकों में छिपी संभानाओं को पहचान जाते हैं। वे अपनी सोच और अपनी काबिलियत से दूसरों से हटकर काम करते हैं और ऐसा काम कर जाते हैं जिससे वे अपनी ज़िंदगी में बहुत आगे बढ़ जाते हैं। और वे हर सम्मान और हर बुलंदी को हासिल करते हैं। और जो लोग मिले हुए मौकों को ऐसे ही जाने देते हैं और कुछ नहीं करते हैं वो अपनी ज़िंदगी में भी कुछ नहीं कर पाते हैं और वहीँ के वहीँ रह जाते हैं

बहुत पुरानी बात है। किसी गाँव में जमींदार रहता था। उसने अपनी मेहनत और ईमानदारी से अपने कारोबार को काफी बढ़ा लिया और काफी संपत्ति इकठ्ठा की। वह हमेशा जरूरतमंदों और गरीबों की हरसंभव मदद करता था तथा अपने धन को अच्छे कार्यों में लगाता था। जब जमींदार बूढ़ा होने लगा तो उसने अपनी संपत्ति तथा कारोबार को अपने बेटों में बांटने का फैसला किया। लेकिन उसे डर था कि कहीं उसके बेटे उसकी वर्षों की मेहनत की कमाई को ऐसे ही ना गँवा दें। उसने फैसला किया कि तीनों में से जो भी बेटा उसकी संपत्ति तथा कारोबार को आगे बढ़ाने लायक होगा तथा अपनी संपत्ति को अच्छे कार्यों में लगाएगा वो ही उसकी संपत्ति का वारिस होगा। लेकिन वह अपनी संपत्ति किसे दे ये उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था। तो उसने एक फकीर से सलाह ली। फकीर ने उसे एक तरीका बताया ।

जमींदार ने अपने तीनों बेटों से कहा “कि मैं तीर्थ यात्रा पर जा रहा हूँ और उसने तीनों बेटों को कुछ बीज दिए और कहा कि जब तक मैं वापस आऊं इन बीजों को संभाल कर रखना।” उसके बाद जमींदार तीर्थ यात्रा पर चला गया और काफी समय बाद वापस लौटा।

वापस आकर जमींदार एक-एक कर तीनों बेटों के पास गया। पहले बेटे से उसने पूछा “बेटा! मैंने तुम्हे जो बीज दिए थे, उनका तुमने क्या किया? ”

पहले बेटे ने कहा “ पिताजी कौन से बीज? मुझे तो याद ही नही कि आपने मुझे बीज कब दिए थे?”। जमींदार को थोड़ी निराशा हुई। लेकिन उसने उससे कुछ भी नहीं कहा।

उसके बाद जमींदार ने अपने दूसरे बेटे के पास जाकर भी यही प्रश्र किया। दूसरे बेटे ने अपनी तिजोरी की चाबी जमींदार को दे दी और कहा “पिताजी! मैंने आपकी अमानत को तिजोरी में संभाल कर रखा है।”

जमींदार को फिर निराशा हुई लेकिन उसने उससे भी कुछ नहीं कहा और तीसरे बेटे के पास गया और उससे भी वो ही सवाल किया। तीसरे बेटे ने कहा “पिताजी! आप को मेरे साथ कहीं चलना होगा।” दोनों थोड़ी दूर चले तो सामने एक बगीचा था। तीसरे पुत्र ने कहा “पिताजी! ये रहे आपके बीज।” मैंने आपके दिए हुए बीजों से एक सुन्दर बगीचा तैयार कर दिया।

ये देखकर जमींदार का दिल खुशी से झूम उठा और उसने खुश होकर अपनी सारी संपत्ति अपने तीसरे बेटे के नाम कर दी।

जमींदार के तीनो बेटों को बराबर बीज मिले, बराबर का मौका मिला तथा अपनी सोच और काबिलियत को दिखाने के लिए समय भी बराबर मिला। लेकिन तीन में से दो बेटों ने उस मौके को पहचाना नहीं और उसे ऐसे ही गँवा दिया। जबकि तीसरे बेटे ने अपनी सोच और काबिलियत से उन बीजों से एक सुन्दर बगीचा तैयार कर दिया ।

जिंदगी के हर एक मोड़ पर हमें मौके मिलते रहते हैं। चाहे सुख हो या दुःख हर एक परिस्थिति हमें ज़िंदगी में एक नयी सम्भावना तलाश करने के लिए कहती है। बस अगर हमने वो सम्भावना तलाश ली या उन मौकों को पहचान लिया तो फिर हमें ज़िंदगी में आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता है। हमें हमारी मंज़िल तक पहुँचने के लिए नए नए रास्ते अपने आप मिलने लगेंगे।

अपनी ज़िंदगी के हर एक पल पर नज़र रखें और हर परिस्थिति में चाहे सुख हो या दुःख ज़िंदगी के मिले हर एक मौके को पहचानने की कोशिश करें और उसमें छिपी संभावनाओं को तलाश करने की कोशिश करें। एक दिन आप अपनी ज़िंदगी को बदलने वाले मौके को पहचान जायेंगे और आपको ऐसा आईडिया मिल जायेगा जो आपको सफलता की बुलंदी पर पहुंचा देगा।

*भरवारी धान खरीद केंद्र में दलाल हावी किसान परेशान*

*खुले आसमान के नीचे किसानों को कई कई रात गुजारनी पड़ रही है उनके रुकने की भी व्यवस्था खरीद केंद्र में नहीं बनाई गई*

* *कौशांबी* केंद्र सरकार द्वारा किसानों की उपज का उचित मूल्य दिए जाने के मकसद से सरकारी धान खरीद केंद्र जगह-जगह पर खोले गए हैं लेकिन धान खरीद केदो में किसान के बजाय दलाल बिचौलिए अधिक हावी हो गए हैं बताया जाता है कि केंद्र प्रभारी भी कुछ लालच में बिचौलिए दलालों को बल दे रहे हैं और बिचौलियों के जरिए पहुचने वाले धान की खरीद पहले होती है भरवारी कस्बे के मंडी समिति परिसर में धान खरीद केंद्र खोला गया है जहां खरीद केंद्र प्रभारी मनमानी पर उतारू है धान खरीद में किसानों का जमकर शोषण होता है धान की तौल के समय 500 ग्राम अतिरिक्त धान प्रत्येक बोरी में किसानों से अधिक लिया जाता है इसके अलावा किसानों को तरह तरह से क्वालिटी जांच के नाम पर परेशान किया जाता है उनके धान में तौल के बाद भी वजन में मनमानी कटौती की जाती है और व्यापारियों के धान में 150 कुंतल लेकर के पहले तौल कराई जाती है व्यापारियों के धान की तौल मे प्राथमिकता दी जाती है जिससे किसान परेशान है धान खरीद केंद्र भरवारी में मनमानी पर जिला बिपरण अधिकारी रोक नहीं लगा पा रहे हैं जिससे तमाम किसान परेशान है धान की तौल कराए जाने के बाद कई कई दिनों तक किसानों के उपज का भुगतान सरकारी केंद्र से नहीं हो रहा है धान खरीद केंद्र भरवारी में किसानों के धान को पहुंचाने के कई कई दिन बाद तक किसानों के धान की तौल नहीं हो पाती है जिससे खुले आसमान के नीचे किसानों को कई कई रात गुजारनी पड़ रही है उनके रुकने की भी व्यवस्था खरीद केंद्र में नहीं बनाई गई है किसानों के साथ केंद्र प्रभारी और उनके कर्मचारियों द्वारा दुर्व्यवहार भी किया जा रहा है जिसकी लगातार शिकायत हो रही है लेकिन खरीद केंद्र प्रभारी के मनमानी पर रोक लगती नहीं दिख रही है क्षेत्र के किसानों ने जिला अधिकारी का ध्यान आकर्षित करते हुए धान खरीद केंद्र भरवारी में केंद्र प्रभारी की मनमानी पर रोक लगाए जाने और सरकार के नियम के अनुसार किसानों के धान की तौल कराकर भुगतान कराए जाने की मांग की है।

*डंपर ने कुचला सड़क हादसे में मां बेटे की दर्दनाक मौत*

*दुर्घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने किया सड़क पर चक्का जाम कई घंटे यातायात रहा बाधित*
*कौशाम्बी* महेवा घाट थाना क्षेत्र के टिकरा गांव निवासी मां बेटे बाइक से जनपद मुख्यालय मंझनपुर जिला अस्पताल में इलाज करने आ रहे थे लेकिन जैसे ही मां बेटे गांव से बाहर निकले तेज रफ्तार अनियंत्रित डंपर चालक ने हिनौता मोड़ के पास मां बेटे की बाइक में टक्कर मार दिया जिससे बाइक सवार सड़क पर गिर पड़े और डंपर के पहिया के नीचे आ गए जिससे दुर्घटना स्थल पर मां बेटों की दर्दनाक मौत हो गई है मौत की जानकारी मिलते ही मौके पर सैकड़ो लोगों की भीड़ लग गई और ग्रामीणों ने नारेबाजी करते हुए सड़क पर चक्का जाम कर दिया है चक्का जाम की जानकारी मिलते ही भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंचा ग्रामीणों को काफी देर तक समझाने बुझाने के बाद ग्रामीणों ने चक्का जाम समाप्त किया है दो थाना क्षेत्र के सीमा विवाद पर भी घण्टो बहस होती रही महेवाघाट थाना पुलिस का कहना था कि यह थाना क्षेत्र फतेहपुर जनपद का है जबकि फतेहपुर जनपद की थाना पुलिस कहती रही कि यह थाना क्षेत्र कौशांबी जनपद का है काफी देर के बाद थाना क्षेत्र के सीमा विवाद का निस्तारण हुआ है घटनास्थल धाता थाना फतेहपुर जनपद की सीमा में लगता है फतेहपुर जनपद की पुलिस ने मां बेटे के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है

जानकारी के मुताबिक महेवा घाट थाना क्षेत्र के टिकरा गांव निवासी नीरज पांडेय उम्र 25 वर्ष पुत्र संतोष पांडेय अपनी मां जयंती उर्फ रानी पांडेय उम्र 44 वर्ष को साथ में लेकर मंगलवार की सुबह बाइक से इलाज कराने के लिए जिला अस्पताल मंझनपुर आ रहे थे जैसे ही बाइक सवार मां बेटे टिकरा गांव के बाहर हिनौता मोड़ के पास पहुंचे पीछे से तेजगति अनियंत्रित डंपर चालक ने नीरज पांडेय की बाइक में टक्कर मार दिया जिससे मां बेटे दोनों सड़क पर गिर पड़े और डंपर के पहिए के चपेट में आ गए जिससे माँ बेटे दोनों कुचल गए और घटनास्थल पर दोनों की दर्दनाक मौत हो गई है दुर्घटना में मां बेटे की मौत की जानकारी मिलते ही गांव वालों का खून खौल उठा और घटनास्थल पर सैकड़ो लोगों की भीड़ लग गई ग्रामीण हो हल्ला मचाने लगे सड़क पर जाम कर दिया मौके पर महेवाघाट थाना पुलिस पहुंची लेकिन उसने पोस्टमार्टम को शव भेजने से इनकार कर दिया उनका कहना था कि यह धाता थाना क्षेत्र फतेहपुर जनपद की सीमा क्षेत्र में आता है जिस पर ग्रामीण और आक्रोशित हो गए और नारेबाजी करने लगे मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस अधिकारी भी घटना स्थल पर पहुंच गए काफी देर के बाद घटनास्थल पर सीमा क्षेत्र का विवाद समाप्त हुआ और फतेहपुर जनपद की धाता थाना पुलिस ने मां बेटे के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है मां बेटे की मौत के बाद परिवार में कोहराम मचा है।

*ना टोटी ना पानी बंद सामुदायिक शौचालय में हो गया एक महीने में सवा लाख का भुगतान*

*विकास योजनाओं की गजब की मॉनिटरिंग करते हैं विकास भवन के जिम्मेदार अफसर*

*कौशाम्बी* विकास योजनाओं के नाम पर जमकर लूट मची है आखिर किसके कमीशन खोरी के चलते बिकास योजनाओं से जुड़े लोग मनमानी पर उतारू है उन अफसर को चिन्हित कर उन्हें दंडित किए जाने की जरूरत है लेकिन विकास योजना में मनमानी तरीके से लूट के बाद भी जिम्मेदार अधिकारियों को चिन्हित कर उन पर कार्यवाही होती नहीं दिख रही है गांव-गांव में फर्जी बिल वाउचर लगाकर लाखों का भुगतान रोज कराए जा रहे हैं लेकिन विकास भवन के अधिकारी धांधली की बात सुनने को तैयार नहीं है ताजा मामला सिराथू विकासखंड क्षेत्र के कासिया पश्चिम ग्राम पंचायत का है जहां सार्वजनिक शौचालय में बीते कई महीनो से ताला बंद है सामुदायिक शौचालय में ताला लटक रहा है और इसमें ना तो टोटी है ना पानी की व्यवस्था है जिससे जरूरत पड़ने पर सामुदायिक शौचालय का उपयोग लोग नहीं कर पाते हैं और खुले में मलमूत्र का त्याग करते हैं

गौरतलब है कि कशिया पश्चिम गांव में जून 2024 के महीने में तीन किस्तों में 18000 रुपए 39390 रुपए और 7325 रुपए जिम्मेदारों ने सरकारी खजाने से सामुदायिक शौचालय की मरम्मत के नाम पर निकाल लिया है 6 महीने पहले 1 लाख 24 हजार 615 रुपए निकाल लिए जाने के बाद भी सामुदायिक शौचालय में टोटी और पानी की व्यवस्था नहीं हो सकी है जून महीने में सवा लाख रुपये खजाने से निकाल लिए जाने के 6 महीने बाद तक सामुदायिक शौचालय का उपयोग नहीं हो सका है अब इससे बड़ा क्या उदाहरण होगा कि जिले में विकास योजनाओं में लूट मची है लेकिन खंड विकास अधिकारी सिराथू से लेकर जिला पंचायत राज अधिकारी तक विकास योजनाओं में लूट करने वाले ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव पर मुकदमा दर्ज कराकर रकम की रिकवरी नही कराई है घोटालेबाज प्रधान सचिव की गिरफ्तारी करने के लिए अधिकारी गंभीर नहीं दिखाई पड़ रहे हैं जिससे इन अधिकारियों के भी घोटाले में हिस्सेदारी से इनकार नहीं किया जा सकता है सम्पूर्ण प्रकरण की यदि जिला अधिकारी ने जांच कराई तो जहां ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव पर मुकदमा दर्ज होगा उनकी गिरफ्तारी होगी वहीं पंचायत सचिव का निलंबन भी होगा इस ग्राम पंचायत के पंचायत सचिव घोटाले में निलंबित भी हो चुके हैं लेकिन घोटाला करने वाले ग्राम प्रधान को सिराथू ब्लॉक के अधिकारी लगातार बचाने के प्रयास कर रहे हैं आखिर भ्रष्टाचार में लिप्त प्रधान ब्लॉक के अधिकारियों तक क्या पहुंचा रहा है जिससे ब्लॉक के अधिकारी उसके गुनाहों को माफ कर देते हैं चर्चाओं पर जाए तो मंझनपुर चायल सिराथू अझुवा भरवारी की तमाम फर्जी फॉर्म में ग्राम पंचायत के लाखों की रकम भेज कर ग्राम प्रधान कमीशन वसूली में जुटा हुआ है

काशिया पश्चिम के जिस सामुदायिक शौचालय की बात कर रहे थे उसमें गंदगी फैली हुई है टंकी पानी और टोटी नहीं है महिलाओं बच्चों को सार्वजनिक स्थल पर मलमूत्र त्याग करने में शर्मसार होना पड़ रहा है एक तरफ अधिकारी जिले को शौच मुक्त घोषित कर चुके हैं दूसरी तरफ सामुदायिक शौचालय प्रयोग में नहीं है जिससे लोग खुले में मलमूत्र त्याग कर रहे हैं जिसके चलते खुले में शौच मुक्त घोषित करना बेमानी दिखाई पड़ रहा है प्रकरण पर जांच कराए जाने की जरूरत है और ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव को निलंबित करते हुए इन पर मुकदमा दर्ज कराकर उनकी गिरफ्तारी कराए जाने की जरूरत है लेकिन योगी सरकार में क्या यह संभव है यह बड़ा सवाल खड़ा है।

*कृषक अनुदान पर कृषि यंत्र प्राप्त करने के लिए 26 दिसम्बर तक करें आवेदन*

कौशांबी= उप वायकृषि निदेशक ने कृषक बन्धुओं को सूचित किया है कि जनपद में कृषि विभाग द्वारा संचालित एग्रीग्रेटर वित्तीय वर्ष 2024-25 में जनपद में स्थापित सी0बी0जी0 प्लान्ट तथा अन्य बायोमॉस आधारित सम्बन्धित इकाईयों को फसल अवशेष उपलब्ध कराये जाने के लिए इन-सीटू एवं एस0एम0ए0एम0 योजनान्तर्गत एफ0पी0ओ एवं एफ0पी0ओ0 के सदस्य कृषको को एग्रीगेटर के रूप में अनुदान पर कृषि यंत्र उपलब्ध कराया जाना हैं। प्रदेश में स्थापित सी0बी0जी0 प्लान्ट तथा अन्य सम्बन्धित इकाईयों के कार्य क्षेत्र में एफ0पी0ओ0 एवं एफ0पी0ओ0 के सदस्य कृषकों को एग्रीग्रेटर के रूप में अनुदान पर पराली/फसल अवशेष प्रबन्धन के लिए कृषि यंत्रों के वितरण की तैयार कार्ययोजना में दिये गये दिशा-निर्देशों के अनुसार उद्देश्य की पूर्ति की जा सकें। इच्छुक एफ0पी0ओ0 समस्त अभिलेखों को पूर्ण करते हुए अपने आवेदन पत्र इस कार्यालय में 26 दिसम्बर 2024 तक जमा करना सुनिश्चित करें। 30 सितम्बर 2024 को एक वर्ष पूर्ण करने वाले एफ0पी0ओ0 ही इस योजना के लिए पात्र होंगे।

*जिलाधिकारी ने जनता दर्शन में आये दिव्यांग फरियादी को ठण्ड से बचाव के लिए दिया कम्बल*

कौशांबी=जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी द्वारा आज जनता दर्शन के दौरान कार्यालय कक्ष में आये दिव्यांग फरियादी विनीत कुमार पाण्डेय निवासी ग्राम-हिनौता तहसील-मंझनपुर की शिकायत को सुनकर निस्तारण का आश्वासन दिया गया। जिलाधिकारी ने देखा कि फरियादी को ठण्ड लग रहीं थी, ठण्ड से बचाव के लिए फरियादी के पास पर्याप्त कपड़े नहीं थे, जिस पर जिलाधिकारी ने फरियादी को तुरन्त एक कम्बल भेंट किया।


उन्होंने इस मौके पर बताया कि जनपद में अधिकारियों द्वारा सार्वजनिक स्थलों-बस स्टैण्ड, रेलवे स्टेशनों एवं अन्य स्थलों पर बराबर निरीक्षण कर गरीब, असहाय एवं मजबूरों को ठण्ड से बचाव के लिए कंबलों का वितरण किया जा रहा हैं। इसके साथ ही ऐसे सभी सार्वजनिक स्थलों पर अलाव की भी व्यवस्था की गई हैं, जिससे जनपद के गरीब, असहाय एवं मजबूर लोंगो को ठण्ड से राहत मिल सकें तथा जनपद के रैन बसेरों में ठण्ड से बचाव के बेड, विस्तर एवं कम्बल सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित की गई हैं।

*सेकेण्ड्री (मुंशी/मौलवी) तथा सीनियर सेकेण्ड्री (आलिम) परीक्षा वर्ष 2025 के लिए 31 दिसम्बर तक करें ऑनलाइन आवेदन*

कौशांबी=प्रभारी जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी अश्विनी कुमार ने बताया कि उ0प्र0 मदरसा शिक्षा परिषद लखनऊ द्वारा संचालित सेकेण्ड्री (मुंशी/मौलवी) तथा सीनियर सेकेण्ड्री (आलिम) परीक्षा वर्ष 2025 की परीक्षा के लिए मदरसे के प्रधानाचार्य द्वारा छात्र/छात्राओं का परिषद की मुंशी/मौलवी (सेकेण्ड्री) तथा आलिम (सीनियर सेकेण्ड्री) के आवेदन पत्रों को मदरसा पोर्टल पर दिनांक 31 दिसम्बर 2024 तक ऑनलाइन किया जा सकता हैं। परीक्षा शुल्क ट्रेजरी चालान के माध्यम से दिनांक 28 दिसम्बर तक जमा किया जा सकता है एवं मदरसे के प्रधानाचार्य द्वारा छात्र/छात्राओं के आवेदन पत्रों को नियमानुसार मदरसा पोर्टल पर दिनांक 02 जनवरी 2025 तक लॉक किया जा सकता हैं।

*5 साल पहले लगाए गए इंटरलॉकिंग को आधा उखाड़ कर निकाला जा रहा 9 लाख का बजट*

*ग्राम प्रधान के मनमानी पर पंचायत सचिव और जेई ने किया विरोध लेकिन नहीं रुका कार्य*

*कौशाम्बी* सिराथू तहसील क्षेत्र के कशिया पश्चिम गांव में ग्राम प्रधान की मनमानी के आगे अधिकारी भी विवश दिखाई पड़ रहे हैं जिससे ग्राम पंचायत में विकास के बहाने सरकारी धन लूटने की योजना बनाई जा रही है गांव में 5 साल पहले पूर्व प्रधान के कार्यकाल में पृथ्वी पाल मौर्या के मकान से इमली के पेड़ तक इंटरलॉकिंग लगाई गई थी जो लगभग अभी पूरी तरह से ठीक है कहीं-कहीं कुछ इंटरलॉकिंग धंस गई है इसकी रिपेयर किए जाने की जरूरत थी लेकिन ग्राम प्रधान ने इस सड़क को नई बनाने की योजना बना दिया और 9 लाख का बजट स्वीकृत करके पुरानी इंटरलॉकिंग को उखाड़ कर नया इंटरलॉकिंग लगाने की साजिश रचनी शुरू कर दी नई इंटरलॉकिंग तो नहीं लग सकी जो पुरानी इंटरलॉकिंग उखाड़ी गई थी उसी को फिर लगाना शुरू कर दिया इस इंटरलॉकिंग पर नए निर्माण की रिपोर्ट अधिकारियों को दे दी गयी की नई इंटरलॉकिंग लगाई जा रही है प्रधान की धांधली का ग्रामीणों ने विरोध शुरू किया मामला अधिकारी तक पहुंचा घटिया निर्माण के चलते जमकर छीछालेदर हुई जेई ने भी ग्राम प्रधान के कार्यों का विरोध शुरू कर दिया और पंचायत सचिव ने भी ग्राम प्रधान के इंटरलॉकिंग के निर्माण का विरोध शुरू कर दिया लेकिन जे ई और पंचायत सचिव के विरोध के बाद भी पुरानी इंटरलॉकिंग से सड़क का निर्माण लगातार शुरू है तमाम जगहों पर उखाड़ी गई पुरानी इंटरलॉकिंग लगाकर नया कार्य कराया जा रहा है मामले की शिकायत खंड विकास अधिकारी से भी हुई पुरानी इंटरलॉकिंग से नया निर्माण किए जाने को अधिकारी नहीं रोक सके हैं जिस गांव में बढ़ते भ्रष्टाचार का अंदाजा लगाया जा सकता है मामले को लेकर ग्रामीणों ने फिर शिकायत करना शुरू कर दिया है जिससे ग्राम प्रधान ने उखाड़े गए पुरानी इंटरलॉकिंग से नया निर्माण जल्द से जल्द करने की कोशिश करने लगा है मामले को लेकर शासन प्रशासन ने जांच कराई तो ग्राम पंचायत के भ्रष्टाचार की एक कहानी फिर उजागर होगी इसके पहले भी इस ग्राम पंचायत में कई भ्रष्टाचार हो चुके हैं।

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