*राजाजीपुरम में स्थित मॉडर्न इंडियन (MIS)स्कूल में सांस्कृतिक महोत्सव का हुआ आयोजन*
*राजाजीपुरम में स्थित मॉडर्न इंडियन (MIS)स्कूल में सांस्कृतिक महोत्सव का हुआ आयोजन*
*रामकिशोर यादव लखनऊ ब्यूरो चीफ*
लखनऊ राजाजीपुरम मुख्य अतिथि के रूप में कनखल
हरिद्वार उत्तराखंड के मधुसूदन स्वामी जी उपस्थिति से भक्ति में हो गया पूरा स्कूल
सांस्कृतिक कार्यक्रम में कोई राम कोई लक्ष्मण कोई सीता बनकर अपना अपना सभी छात्र व छात्राएं किरदार निभा रहे थे मानो ऐसा लग रहा था कि जैसे स्वयं राम जी का आगमन हुआ इस प्रस्तुति से भक्ति में हो गया पूरा स्कूल
छात्र व छात्राओं की संस्कृत कार्यक्रम की प्रस्तुति से सब का मन मोह लिया जयकारों से गूंज उठा पूरा स्कूल
स्कूल में सांस्कृतिक महोत्सव में छात्र व छात्राओं के गार्जन सहित तमाम स्कूल के प्रिंसिपल सहित प्रबंधक उपस्थित हुए जिनमें से ज्ञानदीप इंटर कॉलेज कसमंडी कला से प्रबंधक पंकज यादव व प्रिंसिपल संजेश कुमार महोत्सव में पहुंचकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई
स्वामी मधुसूदन जी ने स्कूल में सभी को संबोधित करते हुए बताया कि ईश्वर में आस्था रखें और आगे बढ़े स्वामी जी महाराज आपके जीवन में जितना ज्यादा प्यार होगा उतना ही आप आगे बढ़ते जाएंगे विनम्रता ही आधार है अगर आपके जीवन में घमंड आ गया तो आप बिखर जाओगे समाज में अगर आप किसी अध्यापक से परिवार से गांव वालों से या समाज में किसी से नफरत में बात करोगे तो आपका अस्तित्व मिट जाएगा आप किसी काम के नहीं रहोगे और अगर आप जीवन में प्यार करोगे तो आपके व्यवहार में और जीवन में आप आगे बढ़ते रहेंगे प्रबंधक राजेश कुमार यादव ने अपने संबोधन में कहां की ईश्वर का दूसरे रूप हैं स्वामी मधुसूदन जी प्रबंधक राजेश कुमार यादव ने बच्चों का मनोबल बढ़ाने के लिए बताया कि आई का मतलब मैं अपने लिए लड़ रहा हूं आई का मतलब आई यश पीसीएस , आई पीसीयस के नीचे का सपना ना देखें क्योंकि इसके बगैर कुछ नहीं है आप सभी छात्र-छात्राएं मेहनत करें और भविष्य में आगे बढ़े जिससे अपने स्कूल सहित मां-बाप का नाम रोशन करें प्रबंधक राजेश कुमार यादव
मॉडर्न इंडियन स्कूल(MIS) महोत्सव के दौरान प्रबंधक राजेश कुमार यादव मुख्य अतिथि के रूप में,( मधुसूदन स्वामी स्वामी कनखल हरदोई उत्तराखंड) उप प्रबंधक आलोक यादव, प्रधानाचार्य श्रीमती पायल मेहदीरता,प्रीति श्रीवास्तव सहित भारी संख्या में छात्र व छात्राओं के गार्डन भी उपस्थित हुए कार्यक्रम की समापन के बाद उचित जलपान की व्यवस्था की गई थी।