*महाकुम्भ एक दिव्य स्थान, अपनी संस्कृति को न भूलें: अभिनेता विद्युत जामवाल*

*महाकुम्भ एक दिव्य स्थान, अपनी संस्कृति को न भूलें: अभिनेता विद्युत जामवाल*
*मां के कहने पर संगम में पावन डुबकी लगाने महाकुम्भ पहुंचे अभिनेता और मार्शल आर्ट स्पेशलिस्ट विद्युत जामवाल*
*प्रदेश सरकार के प्रयासों की सराहना, बोले – कुम्भ का आयोजन अद्भुत और दिव्य*
*युवाओं से अपनी संस्कृति से जुड़े रहने और योग को अपनाने की अपील*
*कहा- पश्चिमी संस्कृति से प्रभावित होना गलत नहीं, लेकिन अपनी जड़ों को न भूलें*
*महाकुंभ केवल आस्था का नहीं, बल्कि परिवार और समाज के प्रति दायित्व निभाने का भी पर्व*
सुधा श्रीवास्तव/प्रयागराज
*महाकुम्भ नगर, 11 फरवरी।* प्रयागराज में चल रहे महाकुम्भ 2025 में मंगलवार को बॉलीवुड अभिनेता और मार्शल आर्टिस्ट विद्युत जामवाल पहुंचे। उन्होंने महाकुम्भ को दिव्य स्थान बताते हुए कहा, “यह मेरी मां का सपना था कि वह महाकुम्भ में स्नान करें, इसलिए मैं यहां हूं।”
*प्रदेश सरकार के प्रयासों की सराहना*
विद्युत जामवाल ने महाकुम्भ में की गई व्यवस्थाओं की सराहना करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने इस आयोजन को भव्य और दिव्य बना दिया है। उन्होंने कहा, “हर व्यक्ति यहां श्रद्धा और आत्मिक शांति का अनुभव कर रहा है।”
*संस्कृति को न भूलें, योग को अपनी दिनचर्या में लाएं*
विद्युत ने युवाओं से अपील की कि वे अपनी संस्कृति और योग को अपनाएं। उन्होंने कहा, “पश्चिमी संस्कृति को अपनाना गलत नहीं है, लेकिन हमें अपनी जड़ों को नहीं भूलना चाहिए। अब समय आ गया है कि हम योग और सनातन संस्कृति को फिर से अपने जीवन का हिस्सा बनाएं।”
*महाकुंभ केवल आस्था का नहीं, जिम्मेदारी का भी पर्व*
विद्युत ने युवाओं को अपने परिवार और समाज के प्रति दायित्व निभाने की सीख दी। उन्होंने कहा, “हम अभिनेता हैं, कई किरदार निभाते हैं, लेकिन अंत में हम सभी सनातनी हैं। हमें अपने परिवार और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझना चाहिए।”