*तू चल मैं आया वन और बाघ में 41 दिनों से चल रहा है कुछ इस तरीके से लुका छुपी का खेल

*तू चल मैं आया वन और बाघ में 41 दिनों से चल रहा है कुछ इस तरीके से लुका छुपी का खेल*
*शिकार के बाद प्यास बुझाने के लिए बहता नाले के आसपास रहे रहा बाघ*
*बहेलिया शिवदासपुर फतेहनगर व भाटखेरवा के बीच मिले पागचिन्ह ग्रामीणों में दहशत का माहौल*
*रामकिशोर यादव लखनऊ ब्यूरो चीफ*
लखनऊ लखनऊ रहमान खेड़ा इलाके में पिछले 41 दिनों से बाघ की चहल कदमी से लोगों में दहशत बरकरार है डीएफओ सीतांशु पांडे ने बताया कि बहेलिया गांव के बाहर गाय का शिकार किया जिसमें गाय को 40%खा गया और वापस चला गया इसको पकड़ने के लिए टीमों द्वारा कम्पिंग जारी हैं गौरतलब हैं कि रहमान खेड़ा क्षेत्र में 41 दिनों से ज्यादा बाघ कि मौजूदगी से आसपास के गांव में दहशत बरकरार है दहशत के बीच,गांव, मीठे नगर हाफिस खेड़ा बहेलिया फतेहनगर शिवदासपुर दुगोली बुद्धड़िया गांव कटौली भाटखेरवा हलवापुर सहीलामऊ सहित गांव में दहशत का माहौल वन विभाग की टीम बराबर ग्रामीणों को सतर्क रहने के लिए जागरूक कर रही रहमान खेड़ा फार्म से निकलकर बाघ ने बहेलिया, भटखेरवा, बांसीघड़ी के जंगल में अपना नया ठिकाना बना लिया
डीएफओ डॉक्टर सुधांशु पांडे ने बताया कि जून 1 में लोकेशन मिली है बाकी हम लोग पूरी टीम के साथ मिनिमम मोमेंट करके उसे पर कार्यवाही कर रहे हैं ग्रामीणों ने बताया कि बाघ दिन में सोता है और रात में शिकार के लिए निकलता है इसलिए वन विभाग उसे पकड़ने में नाकाम है क्योंकि वन विभाग की टीम रात्रि में कम्पिंग बराबर नहीं कर पा रही अगर पग चिन्ह के आधार पर रात में कम्पिंग किया जाए तो उसे जल्द पकड़ा जा सकता है बाघ ने अब तक आठ मवेशियों को अपना शिकार बना चुका है बाघ से प्रभावित 11 गांव में प्लाटून पीएसी तैनात करने का निर्णय डीएफओ के द्वारा लिया गया
*हथिनी डायना और सुलोचना का भी भार बढ़ गया जो सोचा था इनके द्वारा बाघ को जल्दी पकड़ लिया जाएगा मिशन नाकाम होता दिखाई दे रहा*
बाघ कि दहशत से किसानों के फसलें बर्बाद होने की कगार में खास करके गोभी,मटर बैंगन आलू ,सहित अन्य फसले किसान देखरेख नहीं कर पा रहा इसके चलते फसले अस्त-व्यस्त हो रही हैं किसानों को भारी भरकम नुकसान उठाना पड़ रहा आखिर कब पकड़ा जाएगा बाघ कब मिलेगी ग्रामीणों को बाघ कि दहशत से राहत एक बड़ा सवाल