राम का केवल नाम लेने से ही मनुष्य के जीवन के सभी पाप हो जाते हैं नष्ट विजयालक्ष्मी
राम का केवल नाम लेने से ही मनुष्य के जीवन के सभी पाप हो जाते हैं नष्ट विजयालक्ष्मी
उमेश निषाद देवरिया तहसील रिपोर्टर।।
देवरिया जनपद के देसई देवरिया ब्लाक के बालकुआँ गाँव मे श्री बलुआ ब्रह्मबाबा के स्थान पर चल रहे श्रीमद् भागवत कथा में रविवार को कथावाचिका श्री विजयालक्ष्मी जी ने श्रीमद् भागवत कथा में श्रद्धालुओं को कथा का रसपान कराते हुए कहा कि मनुष्य श्री राम नाम की महिमा से भवसागर को पार करता है। केवल प्रभु श्री राम का नाम लेने मात्र से जीवन के पाप नष्ट हो जाते हैं राम की महिमा अनन्त है। श्रद्धालुओं को कथा सुनाते हुए कथा वाचिका श्री विजयालक्ष्मी जी ने कहा कि जब अयोध्या के राजा दशरथ अपने बड़े पुत्र श्री राम के राज्याभिषेक की तैयारी करने लगे उसी समय मंथरा दुष्प्रभाव में आकर माता कैकेयी ने कोप भवन में जाकर राजा दशरथ से अपने तीन बर मांगने की इच्छा जताई। जिसमें प्रभु श्री राम को वन गमन हेतु वर मांगा। यह सुनकर राजा दशरथ अत्यंत दुख सागर में डूब गए। प्रभु श्री राम पिता के वचनों के लिए राज्य का त्याग कर वनवासी का वेश धारण कर लिया और वन जाने हेतु तैयार हो गए। यह प्रसंग सुनते ही समस्त श्रोतागण भाव भिभोर हो गए।
श्रीमद् भागवत कथा में रविवार को सांसद शशांक मणि त्रिपाठी ने कथा का रसपान किया। अपने संबोधन में सांसद शशांक मणि ने कहा कि जिस पर प्रभु श्री राम की कृपा होती है उसके जीवन में हर कार्य सफल होते हैं वह जीवन मरण के बंधन से मुफ्त हो जाते हैं राम की कृपा मात्र से उस पर सभी की कृपा होती है। उन्होंने कहा कि सत्संग और कथा मनुष्य के अंतरात्मा को पवित्र करता है।इस दौरान सांसद शशांक मणि त्रिपाठी,महंत राधिका शरण शास्त्री, ग्राम प्रधान मुकेश राव ,रमाकांत राव, अवधेश राव,सुरेन्द्र पाण्डेय, विशाल राव, सतीश राव, नवीन राव और श्रोतागण मौजूद रहे ।