*सेंट जेवियर्स स्कूल ने लेफ्टिनेंट विवेक यादव का किया भव्य सम्मान, तीन पीढ़ियों की देशसेवा पर गर्व*
*सेंट जेवियर्स स्कूल ने लेफ्टिनेंट विवेक यादव का किया भव्य सम्मान, तीन पीढ़ियों की देशसेवा पर गर्व*
ज्ञानेश्वर बरनवाल ब्यूरो चीफ देवरिया
सलेमपुर, देवरिया। सेंट जेवियर्स स्कूल सलेमपुर के प्रांगण में एक गर्वपूर्ण और प्रेरणादायक समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यालय ने अपने पूर्व छात्र और भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के रूप में सेवारत विवेक कुमार यादव को सम्मानित किया। प्रधानाचार्य बीके शुक्ल ने मंच पर उनका माल्यार्पण कर, उत्तरीय और स्मृति चिन्ह भेंट किया। स्काउट गाइड टीम के बैंड की धुन और करतल ध्वनि के बीच जब लेफ्टिनेंट यादव मुख्य द्वार से मंच की ओर बढ़े, तो पूरा वातावरण प्रेरणा और उत्साह से भर गया।
अपने संबोधन में लेफ्टिनेंट विवेक यादव ने सेना को केवल एक पेशा नहीं, बल्कि जीवन जीने का तरीका बताया। उन्होंने विद्यालय में बिताए अपने बचपन के दिनों को याद करते हुए कहा कि सेंट जेवियर्स ने उन्हें अनुशासन और कर्तव्यनिष्ठा का पहला पाठ सिखाया। उन्होंने छात्रों को अपने जीवन में बड़े लक्ष्य निर्धारित करने और देशसेवा के लिए प्रेरित किया।
सेंट जेवियर्स एजुकेशनल सोसायटी के प्रबंध निदेशक डॉ. अभिनव नाथ तिवारी ने इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि यह सिर्फ विवेक यादव का नहीं, बल्कि उनके परिवार और सेंट जेवियर्स के मूल्यों का सम्मान है। उन्होंने विवेक को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
कार्यक्रम की शुरुआत हिंदी प्रवक्ता गोपाल जी त्रिपाठी ने की, जिन्होंने लेफ्टिनेंट यादव की उपलब्धियों और उनके जीवन के प्रेरणादायक सफर को प्रस्तुत किया। प्रधानाचार्य बीके शुक्ल ने इस अवसर पर विवेक के दादा, सेवानिवृत्त सूबेदार मेजर हरिनाथ यादव, और उनके पिता, सेवानिवृत्त सूबेदार मेजर पवन कुमार यादव को भी माल्यार्पण कर सम्मानित किया।
प्रधानाचार्य बीके शुक्ल ने विवेक और उनके परिवार की तीन पीढ़ियों द्वारा की गई देशसेवा की सराहना करते हुए कहा, “ऐसे सैनिकों की वजह से ही हम सुरक्षित और सशक्त भारत का सपना देख सकते हैं। सेंट जेवियर्स अपने ऐसे छात्रों पर गर्व करता है, जो देश का गौरव बढ़ाते हैं।”
इस अवसर पर समारोह के आयोजन में योगदान देने वाले अर्जुन यादव और विद्यालय के सभी शिक्षकों का धन्यवाद किया गया। कार्यक्रम में जगदीश तिवारी, सोमनाथ तिवारी सहित सभी शिक्षक और छात्र मौजूद रहे। विद्यालय के मंच पर आयोजित यह आयोजन न केवल छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना, बल्कि सेंट जेवियर्स के गौरवशाली इतिहास में एक और अध्याय जोड़ गया।