महिला सशक्तिकरण के तहत केला रेशा हस्तशिल्प आधारित आजीविका सृजन कार्यक्रम का समापन

महिला सशक्तिकरण के तहत केला रेशा हस्तशिल्प आधारित आजीविका सृजन कार्यक्रम का समापन
धनंजय पाण्डेय
सुकरौली, कुशीनगर में सिडबी द्वारा प्रायोजित केला रेशा हस्तशिल्प आधारित आजीविका सृजन कार्यक्रम का समापन समारोह जेपीएम सोसाइटी के कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र में संपन्न हुआ। इस अवसर पर जनार्दन प्रसाद मेमोरियल बहुद्देशीय सामाजिक सेवा सोसाइटी (जेपीएम सोसाइटी) के परियोजना प्रबंधक श्री शिवम् तिवारी ने कार्यक्रम में उपस्थित सिडबी के महाप्रबंधक श्री राजीव कुमार, उप महाप्रबंधक श्री रितेश कुमार, और शाखा प्रबंधक श्री अभय चंद्रा का स्वागत किया। सोसाइटी की ओर से अतिथियों को स्मृति स्वरूप ऑक्सीप्लांट भेंट किया गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य और उपलब्धि
श्री शिवम् तिवारी ने समारोह की शुरुआत में बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य कुशीनगर जिले में “एक जिला एक उत्पाद” योजना के अंतर्गत केला रेशा से बने हस्तशिल्प उत्पादों का निर्माण करना और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। सिडबी द्वारा अनुमोदित इस कार्यक्रम के तहत 60 महिलाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया गया, जिसे जेपीएम सोसाइटी ने सफलतापूर्वक संपन्न किया। प्रशिक्षण के उपरांत इन महिलाओं को लघु उद्योग स्थापित करने और बैंक के माध्यम से वित्तीय समावेशन के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
सिडबी अधिकारियों की सहभागिता और प्रोत्साहन
सिडबी क्षेत्रीय कार्यालय, लखनऊ के महाप्रबंधक श्री राजीव कुमार ने कार्यक्रम के दौरान प्रशिक्षित महिलाओं से बातचीत की और उन्हें प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा, “यह प्रशिक्षण महिलाओं को न केवल हस्तशिल्प उत्पादों के निर्माण में मदद करेगा, बल्कि डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से अपने उत्पादों को वैश्विक स्तर पर ले जाकर बिक्री बढ़ाने का अवसर भी प्रदान करेगा।” उन्होंने महिलाओं के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
गोरखपुर शाखा के शाखा प्रबंधक श्री अभय चंद्रा ने अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर प्रशिक्षित महिलाओं को प्रमाण पत्र वितरित किए और उन्हें उद्यमिता की राह पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
धन्यवाद ज्ञापन और उपस्थिति
कार्यक्रम के अंत में जेपीएम सोसाइटी की परियोजना समन्वयक श्रीमती शिखा श्रीवास्तव ने सभी अतिथियों, अधिकारियों, और प्रशिक्षित महिलाओं का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर स्वयं सहायता समूह की 30 महिलाएं, विकास श्रीवास्तव, अजित पांडे, राहुल यादव, सूरज सिंह, हाजरा खातून, और आराधना सहित कई अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम ने महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रखा है, जो न केवल उनके आर्थिक सशक्तिकरण में सहायक होगा, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भरता की ओर भी प्रेरित करेगा।